निमिषा और अहाना कम उम्र में बनी कुशल तैराक, जीत लाईं कई मेडल ...

बिलासपुर । दैनिक सेंट्रल न्यूज़  । शहर की निमिषा ,आहना श्रीवास्तव  बहनें बहुत ही कम उम्र में  अपनी मेहनत और लगन के बल पर कुशल तैराक बन गई है । हाल ही में  संपन्न  CBSE फार ईस्ट जोन तैराकी प्रतियोगिता जो भुवनेश्वर में आयोजित हुई थी ,उस प्रतियोगिता में बालिका वर्ग 11 उम्र के अंदर आहना श्रीवास्तव ने इंडिविजुअल चैंपियनशिप जीती । इस प्रतियोगिता में आहना ने दो स्वर्ण एवं एक रजत पदक पर कब्ज़ा जमाया । आहना 6 वर्ष की आयु से ही तैराकी सीख रही है । आहना को तैराकी सिखने के लिए उसकी बड़ी बहन निमिषा ने प्रेरित किया जो स्वयं राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर की तैराक है । दोनों बहनें बिलासपुर की दिल्ली पब्लिक स्कूल की छात्रा है । निमिषा कक्षा आठवीं की एवं आहना कक्षा पांचवी की छात्रा है । इस वर्ष बालिका 11 वर्ष के ग्रुप में राज्य स्तरीय तैराकी प्रतियोगिता जो भिलाई में आयोजित थी उसमे आहना श्रीवास्तवा ने चार रजत पदक जीता था । आहना एवं निमिषा श्रीवास्तव ने जिला स्तरीय कई प्रतियोगिता जीती है जैसे जिला तैराकी प्रतियोगिता 2017  &2018, नवभारत एवं CV Raman विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित जिला तैराकी प्रतियोगिता 2017, टाइम्स ऑफ़ इंडिया द्वारा आयोजित जिला तैराकी प्रतियोगिता 2017 एवं जिला Trithalon प्रतियोगिता 2017 में स्वर्ण एवं रजत पदक जीता था । कुमारी आहना एवं निमिषा को वर्ष 2017 में जिला ओलिंपिक संघ बिलासपुर द्वारा राष्ट्रीय खेल दिवस 3.9.2017 को देवकी नंदन सभागृह में सम्मानित किया गया था । आहना को डीपीएस बिलासपुर ने वर्ष 2018-19 के लिए स्पेशल एचीवर अवार्ड दिया है ।
निमिषा श्रीवास्तवा ने विगत कई वर्षो से बालिका वर्ग 12 &14 में जिला राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर पर रजत avam कांस्य पदक जीता है जो आहना के लिए प्रेरणा का श्रोत रहा । निमिषा ने इंटरनेशनल एंड नेशनल इंटर दिल्ली पब्लिक स्कूल तैराकी में भाग लिया एवं 2018 में कांस्य पदक जीता । आहना का जन्म 10.11.2009  को हुआ औऱ निमिषा का जन्म 17.12. 2005 को हुआ एवं इनकी माता का नाम रश्मि श्रीवास्तवा है एवं पिता का नाम मनीष श्रीवास्तव है जो  SECL के जमुना कोतमा क्षेत्र में वरिष्ठ प्रबंधक (कार्मिक ) के पद पर पदस्थ है । दोनों बहने खेल परिसर सरकंडा में स्तिथ तरन  ताल में अपने कोच बलराम भोई और माता रश्मि श्रीवास्तव की देख रेख में तैराकी की परिक्षण प्राप्त कर रही है । दोनों बहने अपनी पढ़ाई के अलवा रोजाना चार घंटे तैराकी की प्रैक्टिस करती है । दोनों बहने पढ़ाई,,  तैराकी के अलवा स्कूल के विभिन्न खेल, डिबेट, मोनो एक्टिंग, रंगोली एवं नृत्य में कई पुरुस्कार प्राप्त किआ है ।

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