डी.एल.एस. स्नातकोत्तर महाविद्यालय में राजभाषा दिवस मनाया गया......

‘‘छत्तीसगढ़ी हमर पहिचान अउ स्वाभिमान’’
-डॉ. विनय पाठक
बिलासपुर : डी.एल.एस. स्नातकोत्तर महाविद्यालय, बिलासपुर में राजभाषा छत्तीसगढ़ दिवस सोल्लास मनाया गया ।
इसके मुख्य अतिथि डॉ. विनय कुमार पाठक, पूर्व अध्यक्ष, छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग, विशिष्ट अतिथि राघवेन्द्र दुबे अध्यक्ष, समन्वय साहित्य समिति  व अध्यक्षता प्राचार्य डॉ. रंजना चतुर्वेदी ने की। अतिथियों  ने माँ वीणापाणि के तैलचित्र के सम्मुख दीप प्रज्जवलन कर समारोह का शुभारंभ किया। तत्पश्चात ‘अरपा पैरी के धार’ का गायन सम्पन्न हुआ। सभा को संबोधित करते हुए राघवेन्द्र दुबे  ने कहा कि छत्तीसगढ़ी संस्कृति देश की समस्त संस्कृतियों में ‘अड़बड़ गुरतुर’ संस्कृति है। ये लगभग ढाई करोड़ लोगों की बोली है। 
बाहरी मनखे भी हमर गुरतुर बोली ल सिखत हे, एखर पाछू शासन-प्रशासन तको ह माई बोली के दरजा दीन हवय। एखर आयोग के गठन 14 अगस्त 2008 म करे गइस, जेखर तृतीय अध्यक्ष के रूप में सोभायमान रहिन। डी.एल.एस. महाविद्यालय म छत्तीसगढ़ी ग्रंथालय के स्थापना बर मैं बहुंत खुश हंव। मुख्य अतिथि डॉ. विनय कुमार पाठक, पूर्व अध्यक्ष, छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग, ने कहा कि, महतारी भासा (मातृभाषा), सम्पर्क भाषा भी आए। एक राज म अधिक बोलइया मनखे होए के पाछू मातृभाषा के दर्जा मिले हवय। डबल रोटी, रेलगाड़ी ए शब्द नवा होगे आवश्यकतानुसार भाषा के रूप बदलत रथे।
प्राचार्य डॉ. रंजना चतुर्वेदी जी ह कहिस कि हमर बीच के मनखे मन भी छत्तीसगढ़ी म गोठियाए बर लजाथे जेन ह बहुंत सरम के बात आए। छत्तीसगढ़ी म सिरीफ मजाक नहीं गम्भीर बात ल घलो करे जा सकत हे। हमर भाखा के स्तर ला अउ ऊपर उठाए बर प्रयास करना जरूरी हे एखर बिनती डॉ. पाठक सो करिन। अर सब झन सो अपन मातृभाषा ला अपनाय बर निवेदन करिन। कार्यक्रम का संचालन राजा पात्रे ने और आभार प्रदर्शन डॉ. गीता तिवारी, विभागाध्यक्ष हिन्दी ने किया।
इस अवसर पर अपर्णा दुबे, सुनीता द्विवेदी, डॉ. प्रीति मिश्रा, डॉ. स्वाति शर्मा, डॉ. गीता तिवारी, संगीता बंजारे, नाजनीन खान, नम्रता गुप्ता, वन्दना तिवारी, डॉ. समीक्षा शर्मा, किरण जायसवाल, शोभना कोसले, पूजा यादव, अंकिता पाण्डेय, यामिनी बिनकर, सुषमा, अंजली शर्मा, वर्षा, दीपिका, कुमुदिनी पालेकर, भारती भोंसले, गीतिका यादव, आंचल मौर्य, हर्षिता शर्मा, निशा कंवर, प्रहलाद सिंह, गोमती पटेल, इन्शिता ताम्रकार, पल्लवी साहू, मधु श्रीवास, छविता साहू, आनसी सोनी, मारिया रत्नेश, शुभेन्दु श्रीवास्तव, अमित कुमार, अंजुम खान, अंजली तिवारी, फिरदौस परवीन उपस्थित थे।

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